मंगलवार, 24 फ़रवरी 2009

काशीपुर मैं कांवर मेला

यह हैं भोले के भगत विवेक अरोरा और रजत वाधवा
: Prem Arora
Station: Kashiupr Uttrakhand
Mobile: 09012043100
कांवर मेला काशीपुर
काँधे पर कांवर और दिल मैं भोले की भक्ति और मंजिल है कई सौ किलोमीटर दूर. हरिद्वार से कांवर लाने वाले इन कांवर लाने वाले का एक ही उद्देश्य होताकंधे . शिव भोले के रंग मैं रंग जाना और येही रंग इन कांवर लाने वाले सभी शिव भक्तों की थकान को दूर कर देता है. भारत भर के १२ प्रमुख लिंगों मैं से एक है उत्तराखंड के काशीपुर नगर मैं द्वापर युग मैं स्थापित इस मन्दिर मैं शिव लिंग. हर वर्ष लाखों की संख्या मैं शिव भगत हरिद्वार से पैदल यात्रा कर के गंगा जल ला कर इस मन्दिर मैं शिव लिंग का अभिषेक करते हैं. रात को यहाँ पर भगतों की लम्बी लाइन लग जाती है और भोर होते ही मन्दिर के कपाट खुलते ही शिव भगतों की भरी भीड़ बारी बारी से जल चडाते हैं. वी ओ १- उत्तराखंड के काशीपुर को कभी गोविशान के नाम से जाना जाता था और यहाँ पर स्तिथ द्रोना सागर नामक किले पर पांडवों को गुरु द्रोणा चर्या ने तीर अंदाजी की शिक्षा दी थी. गुरु दक्षिणा मैं गुरु द्रोणा चार्या के कहने पर भीम ने इस शिव लिंग की स्थापना की थी जिसे बाद मैं भीम शंकर लिंग कहा गया. इस मन्दिर को अब मोंटेह्श्वर मन्दिर के नाम से जाना जाता है. भारत मैं असाम नासिक के बाद काशीपुर मैं भीम द्वारा स्थापित इस मन्दिर की दूर दूर तक मान्यता है. और इस मन्दिर पर हर वर्ष महा शिव रात्रि पर लाखों शर्धालू जल चडाते हैं

कई सौ किलोमीटर की पैदल यात्रा के पीछे इन भोले के भक्तों की भोले के प्रति भक्ति होती है. और यह शिव भक्त भोले के रंग मैं रंग कर और सब वस्तओं को भूल जाते हैं. इन सिर्फ़ भोले का रंग ही चड्डा होता है.

कई सौ किलोमीटर की पैदल यात्रा के बाद कुछ भक्त तो भोले की मस्ती मैं नाचते हैं और कुछ भक्त मन्दिर के मुख्या द्वार पर रात को ही लाइन मैं लग जाते हैं ता की भोले का जल अभिषेक किया जा सके. काशीपुर के इस प्राचीन मदिर पर कांवर लाने वाले भक्तों की संख्या २ लाख को भी पर कर गई है और इसमे हर वर्ष भक्तों की और संख्या बाद जाती है. अब तो महिलाओं और बचे भी कांवर लाने लगे हैं. और यह सभी लंबा सफर तै करते हैं.
कहते हैं के भोले के भक्तों के आगे कोई रुकावट नही आती. और हमारे भारत की संस्कृति मैं काशीपुर का यह कांवर मेला अनूठा है. जिसमे सहन शक्ति के साथ साथ इश्वर की प्रति उनकी आस्था सामने आती है. और अनेक कष्टों के बावजूद भी भोले के भक्तों की यह यात्रा चल रही है निरंतर..एक यात्रा आस्था की जो कभी नही रुक सकती.............
प्रेम अरोरा
काशीपुर उत्तराखंड
09837793421, 9012043100

मंगलवार, 17 फ़रवरी 2009

कुछ फोटो

यह नन्हा आन्दोलनकारी होंडा फैक्ट्री रुद्रपुर से है
यह पी से तिवारी जी हैं जो उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के प्रेजिडेंट हैं

मोंतेश्व्र मन्दिर काशीपुर मैं चल रहा भंडारा है



काशीपुर मैं शनि मन्दिर की स्थापना की कलश यात्रा है।


हर समय हेलमेट पहनो यह बच्चा येही कह रहा है। http://picasaweb.google.com/prem.voi/Forweb

यह है कुछ मेरे द्वारा अपलोड किए गए फोटो यह अलग अलग जगह से हैं। प्रेम अरोडा

सोमवार, 16 फ़रवरी 2009

एस डी एम् काशीपुर बी डी तिवारी


यह काशीपुर के एस डी एम साहिब बंशी धर तिवारी जी हैं और इस तस्वीर मैं यह काशीपुर की तहसील मैं हैं और अल्प बचत योजना की समीक्षा कर रहे हैं। ये तस्वीर रोशन कुमार द्वारा भेजी गई है। आज जब की विशव मैं मंदी का दौर चल रहा है तो ऐसे मैं क्या अल्प और क्या बड़ी बचत किसी में दम ही नहीं है। की सब्जी रोटी के बाद कुछ पैसे जमा कर ले। खैर सरकारी कामों मैं तो हर समय लगा ही रहना पड़ता है। पीछे की साइड मैं अमर उजाला अख़बार के रिपोर्टर कुंदन लाल शाह जी हैं। जो फोटो खीच रहे हैं।

पवन अरोरा


यह है काशीपुर छात्र संघ का पवन अरोरा। अभी कुछ दिन पहले मोंतेश्वर महादेव के मन्दिर पर जब भंडारा हुआ था तो यह फोटो लिया गया था। पवन सिंपल पर धार्मिक है। इस लिए इस साईट प्रेम काशीपुर पर है। आप भी मेरे से सम्पर्क करके अपना फोटो अदद करवा सकते हैं। मेरा नम्बर है। ०९०१२०४३१००

यह है काशीपुर छात्र संघ का पवन अरोरा काशीपुर से

यह काशीपुर के राधे हरी कॉलेज का

आज से शुरू हुआ नया सफर

आज से शुरू हुआ एक नया सफर इस सफर मैं आप भी मेरे साथी बने और प्रेम काशीपुर के इस ब्लोग्पोस्ट को अपना सहयोग प्रदान करें । आप उत्तराखंड और काशीपुर से जुड़ी कोई भी बात इस पर प्रकाशित कर सकते हैं। मेरे ई मेल पर भी भेज सकते हैं तो आज १६ फरबरी २००९ से यह सफर शुरू हुआ है जिसमे आपका हमेशा सहयोग करेंगे।