भारत में नकली नोटों का चलन बंद नहीं हो प् रहा है। कारन कुछ भी रहे हों परन्तु कही ना कहीं दाल में कला जरुर है। अभी काशीपुर से कानपूर की एस बी आई शाखा में कुछ नोट गए थे जिसमे से ५० और १०० के कई नोट नकली निकले इसकी रिपोर्ट आज काशीपुर कोतवाली में दर्ज करवाई गई है। इसका अर्थ यह हैं की नकली नोटों के पीछे कोई बड़ा गिरोह काम कर रहा है। जिससे देश की अर्थ व्यवस्था चार मरा सकती है। हमें भी जरुरत हेई इसमे देश की हेल्प करने की ।
अंदर की ख़बरों की लिए इस ब्लॉग पर जरुर आएंगे तो बिल्कुल सची न्यूज़ मिलेगी
रविवार, 31 मई 2009
बुधवार, 13 मई 2009
काशीपुर में के सी सिंह बाबा ने डाला वोट

काशीपुर के उदय राज हिंदू इंटर कॉलेज मैं नैनीताल लोक सभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी के सी सिंह बाबा ने वोट गेर दिया है। उनके साथ और भी भीड़ आई थी। उनका कहना था की आज मौसम बहुत ही सुहावना है और उन्हों ने पेट भर के खाना खाया है और इसके बाद वोह वोट डालने आयें हैं इसके बाद वोह खटीमा रुद्रपुर नैनीताल तक जायेंगे। बाबा ने कहा के उत्तराखंड मैं पंचों सीट्स पर कांग्रेस के आने की उमीद है बाकि उन्हों ने वोटर्स पर छोड़ दिया है। और पोलिंग परसेंटेज कम होने पर कांग्रेस को लॉस होने की सम्भावना जताई है।
उधर एस डी एम् काशीपुर बंशी धर तिवारी ने सभी जगह का मुआयना कर रहे हैं। अभी तक मतदान धीमी गति से चल रहा है। दो जगह गाजी कच्नाल और जसपुर खुर्द मैं ई वी इम मशीन मैं खराबी आ गई थी। जिससे मतदान एक घंटा देरी से शुरू हुआ। उधर गोपी पुरा मैं तबियत ख़राब होने से एक अधिकारी को बदल दिया गया है।
बाकी समाचार थोडी देर मैं परसारित किए जायेंगे। आप समारक कर सकते हैं 0९०१२०४३१०० per
सोमवार, 23 मार्च 2009
काशीपुर मैं कन्या भ्रूण हत्या रोकथाम पर वर्कशॉप
काशीपुर की राजकीय पोली टेक्निक में कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए एक वर्क शॉप का आजोजन किया गया। दिनांक २२ मार्च २००९ दिन रविवार को हुई इस वर्कशॉप का आयोजन उत्तराखंड के हैल्थ विभाग द्वारा और एन एस एस द्वारा किया गया जिसमे लगभग २०० से भी अधिक छात्र छात्रों ने भाग लिया। इस वर्कशॉप में क्विज काम्पीटीशन- स्लोगन प्रतियोगता -पोस्टर प्रतियोगता का आयोजन किया गया जिसका सञ्चालन डॉक्टर विनोद कुमार जिला समन्वयक राष्ट्रीय सेवा योजना उधम सिंह नगर द्वारा किया गया जब की पोली टेक्निक के प्रिंसिपल अखिलेश वर्मा इस प्रोग्राम के प्रेजिडेंट थे। मुख्या अतिथि के रूप में डॉक्टर एस सी पन्त चिकत्सा अधिशक एल डी भट्ट राजकीय चिकत्सालय काशीपुर थे जब के रेडियो लोगिस्ट डॉक्टर तरुण कुमार पन्त ने एक घंटे तक पी सी - पी एन डी टी एक्ट की पूरण जानकारी डी जिसको सभी ने बहुत ही ध्यान से सुना और बाद मैं डॉक्टर साहिब से अनेक प्रशन किए जिसका जवाब डॉक्टर साहिब ने तुंरत दिया विजेता प्रतिभागिओं को अनेक पुरस्कार दिए गए साथ मैं ही सभी पर्तिभागिओं को प्रमाण पत्तर दिए गए। स्टूडेंट्स की और से चेंतन पाण्डेय, विशम्भर पाण्डेय, कौसर जहाँ, सहित ५० से भी अधिक स्टूडेंट्स ने इस वर्कशॉप पर अपने अपने विचार सभी के सामने रखे और आस पास के समाज को जागृत करने की लिए आगे आने के लिए कहा और सभी सहयोगी छात्र छात्रों को भी इस अभियान मैं आगे आने की अपाल की और एक रेली को काशीपुर में निकलने का प्रोग्राम बनाया।
प्रेम अरोडा काशीपुर
०९०१२०४३१००
०९८३७७९३४२१
मंगलवार, 10 मार्च 2009
यह हैं जनाब निशांत अरोरा

यह हैं जनाब निशांत अरोरा जनाब को घुमने फिरने का बहुत शोंक है। इस से भी बुरा शौंक है जगह जगह बैठ कर फोटो खिचवाने का। अब मैं जनाब के साथ नैनीताल गया । कसम से ६० किलोमीटर मैं ४६० फोटो खिचवा डालीं । लेकिन ढंग की एक भी नही आई एक घिसी पिटी ठीक सी है। सभी देख लो भाई पर मुझे मत कहना जो भी बुरा लगे इस पर कमेन्ट भेज दो भाई। आगे से ऐसी गलती नहीं होगी।
मंगलवार, 24 फ़रवरी 2009
काशीपुर मैं कांवर मेला
: Prem Arora
Station: Kashiupr Uttrakhand
Mobile: 09012043100
कांवर मेला काशीपुर
काँधे पर कांवर और दिल मैं भोले की भक्ति और मंजिल है कई सौ किलोमीटर दूर. हरिद्वार से कांवर लाने वाले इन कांवर लाने वाले का एक ही उद्देश्य होताकंधे . शिव भोले के रंग मैं रंग जाना और येही रंग इन कांवर लाने वाले सभी शिव भक्तों की थकान को दूर कर देता है. भारत भर के १२ प्रमुख लिंगों मैं से एक है उत्तराखंड के काशीपुर नगर मैं द्वापर युग मैं स्थापित इस मन्दिर मैं शिव लिंग. हर वर्ष लाखों की संख्या मैं शिव भगत हरिद्वार से पैदल यात्रा कर के गंगा जल ला कर इस मन्दिर मैं शिव लिंग का अभिषेक करते हैं. रात को यहाँ पर भगतों की लम्बी लाइन लग जाती है और भोर होते ही मन्दिर के कपाट खुलते ही शिव भगतों की भरी भीड़ बारी बारी से जल चडाते हैं. वी ओ १- उत्तराखंड के काशीपुर को कभी गोविशान के नाम से जाना जाता था और यहाँ पर स्तिथ द्रोना सागर नामक किले पर पांडवों को गुरु द्रोणा चर्या ने तीर अंदाजी की शिक्षा दी थी. गुरु दक्षिणा मैं गुरु द्रोणा चार्या के कहने पर भीम ने इस शिव लिंग की स्थापना की थी जिसे बाद मैं भीम शंकर लिंग कहा गया. इस मन्दिर को अब मोंटेह्श्वर मन्दिर के नाम से जाना जाता है. भारत मैं असाम नासिक के बाद काशीपुर मैं भीम द्वारा स्थापित इस मन्दिर की दूर दूर तक मान्यता है. और इस मन्दिर पर हर वर्ष महा शिव रात्रि पर लाखों शर्धालू जल चडाते हैं
कई सौ किलोमीटर की पैदल यात्रा के पीछे इन भोले के भक्तों की भोले के प्रति भक्ति होती है. और यह शिव भक्त भोले के रंग मैं रंग कर और सब वस्तओं को भूल जाते हैं. इन सिर्फ़ भोले का रंग ही चड्डा होता है.
कई सौ किलोमीटर की पैदल यात्रा के बाद कुछ भक्त तो भोले की मस्ती मैं नाचते हैं और कुछ भक्त मन्दिर के मुख्या द्वार पर रात को ही लाइन मैं लग जाते हैं ता की भोले का जल अभिषेक किया जा सके. काशीपुर के इस प्राचीन मदिर पर कांवर लाने वाले भक्तों की संख्या २ लाख को भी पर कर गई है और इसमे हर वर्ष भक्तों की और संख्या बाद जाती है. अब तो महिलाओं और बचे भी कांवर लाने लगे हैं. और यह सभी लंबा सफर तै करते हैं.
कहते हैं के भोले के भक्तों के आगे कोई रुकावट नही आती. और हमारे भारत की संस्कृति मैं काशीपुर का यह कांवर मेला अनूठा है. जिसमे सहन शक्ति के साथ साथ इश्वर की प्रति उनकी आस्था सामने आती है. और अनेक कष्टों के बावजूद भी भोले के भक्तों की यह यात्रा चल रही है निरंतर..एक यात्रा आस्था की जो कभी नही रुक सकती.............
प्रेम अरोरा
काशीपुर उत्तराखंड
09837793421, 9012043100
Station: Kashiupr Uttrakhand
Mobile: 09012043100
कांवर मेला काशीपुर
काँधे पर कांवर और दिल मैं भोले की भक्ति और मंजिल है कई सौ किलोमीटर दूर. हरिद्वार से कांवर लाने वाले इन कांवर लाने वाले का एक ही उद्देश्य होताकंधे . शिव भोले के रंग मैं रंग जाना और येही रंग इन कांवर लाने वाले सभी शिव भक्तों की थकान को दूर कर देता है. भारत भर के १२ प्रमुख लिंगों मैं से एक है उत्तराखंड के काशीपुर नगर मैं द्वापर युग मैं स्थापित इस मन्दिर मैं शिव लिंग. हर वर्ष लाखों की संख्या मैं शिव भगत हरिद्वार से पैदल यात्रा कर के गंगा जल ला कर इस मन्दिर मैं शिव लिंग का अभिषेक करते हैं. रात को यहाँ पर भगतों की लम्बी लाइन लग जाती है और भोर होते ही मन्दिर के कपाट खुलते ही शिव भगतों की भरी भीड़ बारी बारी से जल चडाते हैं. वी ओ १- उत्तराखंड के काशीपुर को कभी गोविशान के नाम से जाना जाता था और यहाँ पर स्तिथ द्रोना सागर नामक किले पर पांडवों को गुरु द्रोणा चर्या ने तीर अंदाजी की शिक्षा दी थी. गुरु दक्षिणा मैं गुरु द्रोणा चार्या के कहने पर भीम ने इस शिव लिंग की स्थापना की थी जिसे बाद मैं भीम शंकर लिंग कहा गया. इस मन्दिर को अब मोंटेह्श्वर मन्दिर के नाम से जाना जाता है. भारत मैं असाम नासिक के बाद काशीपुर मैं भीम द्वारा स्थापित इस मन्दिर की दूर दूर तक मान्यता है. और इस मन्दिर पर हर वर्ष महा शिव रात्रि पर लाखों शर्धालू जल चडाते हैं
कई सौ किलोमीटर की पैदल यात्रा के पीछे इन भोले के भक्तों की भोले के प्रति भक्ति होती है. और यह शिव भक्त भोले के रंग मैं रंग कर और सब वस्तओं को भूल जाते हैं. इन सिर्फ़ भोले का रंग ही चड्डा होता है.
कई सौ किलोमीटर की पैदल यात्रा के बाद कुछ भक्त तो भोले की मस्ती मैं नाचते हैं और कुछ भक्त मन्दिर के मुख्या द्वार पर रात को ही लाइन मैं लग जाते हैं ता की भोले का जल अभिषेक किया जा सके. काशीपुर के इस प्राचीन मदिर पर कांवर लाने वाले भक्तों की संख्या २ लाख को भी पर कर गई है और इसमे हर वर्ष भक्तों की और संख्या बाद जाती है. अब तो महिलाओं और बचे भी कांवर लाने लगे हैं. और यह सभी लंबा सफर तै करते हैं.
कहते हैं के भोले के भक्तों के आगे कोई रुकावट नही आती. और हमारे भारत की संस्कृति मैं काशीपुर का यह कांवर मेला अनूठा है. जिसमे सहन शक्ति के साथ साथ इश्वर की प्रति उनकी आस्था सामने आती है. और अनेक कष्टों के बावजूद भी भोले के भक्तों की यह यात्रा चल रही है निरंतर..एक यात्रा आस्था की जो कभी नही रुक सकती.............
प्रेम अरोरा
काशीपुर उत्तराखंड
09837793421, 9012043100
मंगलवार, 17 फ़रवरी 2009
कुछ फोटो




काशीपुर मैं शनि मन्दिर की स्थापना की कलश यात्रा है।

यह है कुछ मेरे द्वारा अपलोड किए गए फोटो यह अलग अलग जगह से हैं। प्रेम अरोडा
सोमवार, 16 फ़रवरी 2009
एस डी एम् काशीपुर बी डी तिवारी

यह काशीपुर के एस डी एम साहिब बंशी धर तिवारी जी हैं और इस तस्वीर मैं यह काशीपुर की तहसील मैं हैं और अल्प बचत योजना की समीक्षा कर रहे हैं। ये तस्वीर रोशन कुमार द्वारा भेजी गई है। आज जब की विशव मैं मंदी का दौर चल रहा है तो ऐसे मैं क्या अल्प और क्या बड़ी बचत किसी में दम ही नहीं है। की सब्जी रोटी के बाद कुछ पैसे जमा कर ले। खैर सरकारी कामों मैं तो हर समय लगा ही रहना पड़ता है। पीछे की साइड मैं अमर उजाला अख़बार के रिपोर्टर कुंदन लाल शाह जी हैं। जो फोटो खीच रहे हैं।
पवन अरोरा

यह है काशीपुर छात्र संघ का पवन अरोरा। अभी कुछ दिन पहले मोंतेश्वर महादेव के मन्दिर पर जब भंडारा हुआ था तो यह फोटो लिया गया था। पवन सिंपल पर धार्मिक है। इस लिए इस साईट प्रेम काशीपुर पर है। आप भी मेरे से सम्पर्क करके अपना फोटो अदद करवा सकते हैं। मेरा नम्बर है। ०९०१२०४३१००
यह है काशीपुर छात्र संघ का पवन अरोरा काशीपुर से
यह काशीपुर के राधे हरी कॉलेज का
आज से शुरू हुआ नया सफर
आज से शुरू हुआ एक नया सफर इस सफर मैं आप भी मेरे साथी बने और प्रेम काशीपुर के इस ब्लोग्पोस्ट को अपना सहयोग प्रदान करें । आप उत्तराखंड और काशीपुर से जुड़ी कोई भी बात इस पर प्रकाशित कर सकते हैं। मेरे ई मेल पर भी भेज सकते हैं तो आज १६ फरबरी २००९ से यह सफर शुरू हुआ है जिसमे आपका हमेशा सहयोग करेंगे।
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