गुरुवार, 17 दिसंबर 2009

जान देने को तियार हूँ पर गुंडा गर्दी नहीं सहूंगा

मीडिया से जुड़े सभी दोस्तों
बीम नाम की एक कम्पनी ने आज काशीपुर में एक स्टाल लगाया. लोगो को झांसा दिया गया कि कि आप के मोबाइल से एस एम्म एस भेजने से आपके मोबाइल में २१ रुपए चार्ज हो जायेंगे बिना किसी शुल्क के परन्तु बाद में लोगों के मोबाइल में से रखा हुआ बैलेंस भी उड़ना शुरू हो गया. लोगों की शिकायत पर जब मैंने भी तरी किया तो मेरे मोबाइल नंबर 9012043100 में से लगभग 50 रुपए गायब हो गए. बाद में पता चला कि मेरे अनेक साथी भे इसका शिकार हुए हैं. मैंने कोतवाली काशीपुर में तहरीर दी पर कोई असर नहीं हुआ....एस दी एम्म काशीपुर को भी बताया गया पर कोई असर नहीं हुआ. बाद में अनेक धमकियाँ मेरे मोबाइल पर आयीं तो मेरा होंसला और बड़ा और मैं इन्साफ की लड़ाई की लिए खुद ही धरने पर बैठने जा रहा हूँ. अगर ऐसे में पुलिस प्रशाशन द्वारा या और किसी प्रकार का हादसा होता है तो इसकी जिमेदार बीम नामक कम्पनी होगी और जिस फ़ोन से मुझे धमकी मिली है उसका नंबर और नाम अपने परिजनों को दे रहा हूँ अगर मेरे साथ कोई भी घटना होती है तो इस आदमी को फँसी हो जानी चाहिए.
एक सही पत्रकार का काम है आम जनता के लिए अपनी जान की बाज़ी लगा देना. जान भी चली जाये तो प्रवाह नहीं.

इसकी वेबसाइट है
www.beam.co.in
इसका कोई सीएमडी है आनंद श्रीवास्तव

काशीपुर में बीम कंपनी का फर्जीवाडा और प्रशाशन का बुरा रुख

आज दिनांक १७ दिसम्बर २००९ को सुबह से ही काशीपुर के मई चौराहे पर फर्जीवाडा शुरू कर दिया गया। बीम नामक इस कम्पनी ने मैं चौराहे पर मजमा जमाया और कहा की अपने मोबाइल में २१ रुपए मुफ्त रिचार्ज करवा लो। लोगो की भीड़ लग गई और बीम कम्पनी की घोटाला शुरू हो गया। लोग अपने मोबाइल इन कर्मचारिओं को देने लगे और उन सबमें ११ रुपए रिचार्ज होने लगे। लेकिन थोड़ी देर बाद ही उनके मोबाइल से बैलेंस गायब होना शुरू हो गया। इसका शिकार कई लोग बने। यहाँ तक के मीडिया और पुलिस के लोग भी शिकार बने। मैं खुद इस फ्रौड़ का शिकार हुआ। जब धोखे का पता चला तो मैंने लिखित शिकायत काशीपुर कोतवाली में की। लेकिन वहां कोई सुनने वाला ही नहीं था और मुझे लिखित शिकायत और भी कई जगह भेजनी पड़ी। बड़े ही शर्म की बात है की कोई भी अधिकारी या पुलिस अधिकारी इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रहा और मुझे लगातार शिकायत वापिस लेने को लेकर धमकियन मिल रही हैं । ऐसे में कम्पनिओं का फर्जीवाडा और प्रशाशन का बुरा रुख आखिर सामने आ ही गया है। इन्साफ की उम्मीद शायद अब उत्तराखंड में नहीं रही है।
प्रेम अरोड़ा
काशीपुर
9012043100

शनिवार, 5 दिसंबर 2009

काशीपुर में होने लगा है फर्जीवाडा आखिर हम क्या करें

काशीपुर ऋषि मुनिओं का शहर ऐसी जगह जहाँ हर एक का मस्तक झुखता था पर आज शायद खेती बाड़ी करने वालों को किसी की नज़र लग गई है काशीपुर में फर्जीवाडा बड़ गया है नई अनाज मंडी में आए दिन कुछ न कुछ होता ही रहता है. कुछ दिन पहले मंडी से जुड़े एक दुन्कांदर से नकली नोटों का मामला सामने आया तो वहीँ पर अब मंडी के ही कुछ लोगों के खातें में फर्जी चेक जमा हुए हैं ऐसे में कौन बड़ा अपराधी है कौन छोटा यह तै करना होगा पर एक बात सामने जरुर आई है के मंडी के मामले में पुलिस की चपेट में जब भी कोई आया तो एक आम आदमी जिसको कोई नहीं जानता. आखिर कब तक मंडी में इस तरह का फर्जी वाडा चलता रहेगा शायद इश्वर ही जनताहै