दरअसल आप सोचते हैं के में कॉलेज में रोजाना ही क्यों जा रहा हूँ तो आपको बता दूं की हमारे आदरनीय प्रिसिपल डॉक्टर डी एन जोशी ३१ दिसम्बर को कार्य मुक्त हो रहे है. उन्हों ने काशीपुर कॉलेज के लिए इतना अच्छा किया है की हम भी उनकी फरेवेल्ल पार्टी को यादगार बनाना चाहते हैं. यह भी बताना जरूरी है की छात्र संघ काशीपुर में मेरी पूरी टीम चुनी गयी है इस कारण भी रोजाना कॉलेज जा रहा हूँ. ईश्वर ने चाह तो २९ दिसम्बर तक कॉलेज में कुछ और नया होने जा रहा है जैसे
माँ सरस्वती की प्रीतम के चरों और अलुमिनियम और ग्लास फीटिंग
नए नए पोधे फूल और गमले आदि
स्टुडेंट्स के लिए पीने वाली पानी की टंकी का निर्माण
विकलांग स्टुडेंट के लिए व्हेअल कुर्सी और रस्ते का निर्माण
कॉलेज की बल बौन्द्री
तौरिस्म विभाग का जीर्णोद्वार
इस लिए ३१ दिसम्बर यानी जब अंग्रेजों वाला नया साल आयेगा तो तब तक काफ्फी कुछ नया हो जायेगा
मुझे पर्यटन विभाग में प्रतिनिधि चुन लिया गया है
शुक्रवार, 24 दिसंबर 2010
गुरुवार, 23 दिसंबर 2010
डिग्री कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर डी एन जोशी जी ३१ दिसम्बर २०१० को कार्य मुक्त
काशीपुर डिग्री कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर डी एन जोशी जी ३१ दिसम्बर २०१० को कार्य मुक्त हो रहे हैं ऐसे में काशीपुर में विदाई समारोह की युद्ध स्तर par तियारियन चल रही हैं. आज छात्र संघ की एक मीटिंग काशीपुर डिग्री कॉलेज में छात्र संघ परभारी प्रोफेस्सर पी से पाण्डेय से हुई जिस पर विस्तृत चर्चा हुई. इसमें कॉलेज में लगी माँ सरस्वती की मूर्ती के चरों और अलुमिनियम और शीशा लगाने के साथ पानी की टंकी के निर्माण की बात भी की गई. जल्द ही इन मामले पैर कार्यवाही की जायेगी. इस सम्बन्ध में आज दूसरी मीटिंग होगी
बुधवार, 22 दिसंबर 2010
काशीपुर में आज शाम को ३ वाजे से मेला
काशीपुर में आज शाम को ३ वाजे से लिओन क्लब द्वारा अन्धता निवारण मेला लगाया जायेगा. समाचार में निकले पम्फलेट में लीखा हुआ है की यह मेला अन्धता निवारण के लिए है. इसमें कई सारे स्टाल लगाग्ये जायेंगे. और अछि अछि पार्टिया इस मेले की प्रोजोजिग्क हैं. पिछले १० साल से में भी ऐसे मेले देखता आ रहा हूँ पर इन मेलों में मुझे एक ही कमी लगती है की. अगले मेले के दौरान यह नहीं बतया जाता की पिछली बार कितने लोगों के लिए अन्धता निवारण हो गया. इनकी संख्या आदि नही मिल पाती. हाँ यह बात जरूर है की इस तरह के मेलों से काशीपुर वाले एक साथ इकठे जरूर हो जाते हैं जो समाज के लिए जरूरी भी है. काश इस मेले में काशीपुर में अपराधों पर कमी लेन पर भी चर्चा की जाती तो अच्छा होता. फिर भी इस मेले की तियारियां युद्ध स्तर पर चल रही हैं.
मंगलवार, 21 दिसंबर 2010
काशीपुर में शान्ति छाई रही.
काशीपुर : कल रात जो भी घटना हुई उसको लेकर दिन भर अफवाहों का बाज़ार गरम रहा पर अंदर की बात यह है की दोनों ही पक्ष्या काफी सुलझे हुए हैं ऐसे में आज पूरा दिन बाज़ार खुला रहा और किसी भी तरह की कोई भी बात सामने नहीं आयी. कुछ ऐसे लोग जो काशीपुर समाज के शुभ चिन्तक नहीं हैं उन्हों ने तरह तरह की अफवाहें उड़ने का प्रयास किया पर काशीपुर में शान्ति छाई रही. किसी भी समाचार पटर में इस घटना की खबर नहीं छपी पर जानकार सूत्रों के मुताबिक कल के कुछ बड़े अख़बारों में इसका समाचार छपने वाला है जो सिर्फ काशीपुर इन् पर पड़ने को मिला और प्रकाशित भी हुआ. किसी भी घटना की जानकारी देना हमारा फ़र्ज़ है. हम यह भी प्रार्थना करते नैन की काशीपुर में शान्ति का माहोल बना रहा . कल रात जैसे घटनाकर्म की द्वारा पुन्रावती ना हो पाए.
काल के समाचारों में जो भी छपे उस को महज़ एक मामूली घटना के रूप में लेने की जरुरत है. आप की क्या क्या मानना है अपनी राइ सीढ़ी ब्लोग्पोस्त पर देने की कृपा करें
काल के समाचारों में जो भी छपे उस को महज़ एक मामूली घटना के रूप में लेने की जरुरत है. आप की क्या क्या मानना है अपनी राइ सीढ़ी ब्लोग्पोस्त पर देने की कृपा करें
दीपक वर्मा और अशोक शर्मा के बीच जेल रोड पर विवाद
काशीपुर में देर रात तक व्यापर मंडल प्रेसिडेंट दीपक वर्मा और प्रेस क्लब काशीपुर के अध्क्ष अशोक शर्मा के बीच हुए विवाद को सुलझाने का मामला चलता रहा और आखिर देर रात लगभग ११-३० वाजे मामले को सुलझा लिया गया. किसी बात को लेकर काशीपुर व्यापर मंडल प्रेसिडेंट दीपक वर्मा और अशोक शर्मा के बीच जेल रोड पर विवाद हो गया था. बाद में कोतवाली कशिउर में भारी भीड़ जमा हो गई थी. उपस्थित सभी लोगो ने दोनों पक्षों को समझाना शुरू किया की आपस में समझोता हो जाना चाहिए. एक बार तो सुलह का मौका आ गया फ्री थोड़ी देर में मामला गर्मारा गया. उसके बाद दोनों पक्ष हस्पताल मेडिकल केलिए पहुंचे. यहाँ पर पूर्व राज मंत्री मुकेश मेहरोत्रा ने फिर दोनों पक्षों को समझाया. उसके बाद कोतवाली में आने के बाद दोनों पक्षों के बीच समझोता हो गया. काशीपुर के दोनों ही लोग सभ्रांत परिवारों से हैं. ऐसे में काशीपुर के सभी गणमान्य ने समझाने के कारण यह मामला सुलझा दिया.
मामले की तह तक जाया गया तो पाया गया की जेल रोड पर बनी नै पार्किंग विवाद की वजह बन गई है. जिसको स्थानीय कोतवाली के आर्डर पर पार्किंग में बदल दिया गया है. यहाँ पर लगने वाले मीट मछली और चोव्मीन के ठेले वालों को यहाँ से हटा दिया गया. ऐसे में अशोक शर्मा के बेटे ने विरोध किया जिस पर विवाद बाद गया. कल रात पोलिसे विभाग ने जहाँ लगने वाले ठेलों को यहाँ से डाँडो के बल पर हटा दिया गया . सभी ठेले वालों ने व्यापार मंडल के अध्यक्ष के पास पहुंचे बाद में एक दिन के लिए इन ठेलों को यहाँ पर लगाने की अनुमति दे दी गई. उधर डी एम् उधम सिंह नगर के निर्देश अनुसार कन्या इंटर कॉलेज की दीवार के साथ लगने वाले ठेलों को हटा दिया जायेगा यहाँ पर खुले आम शराब पी जाती है. इसमें स्थानीय कोतवाली की भूमिका भी संदेह के घेरे में हैं की काशीपुर में इस तरह गुंडा गर्दी करने की हिमत क्यों हो गई.
इस घटना के समभ में यह भी बताना जरूरी है की काशीपुर का जब बस नहीं चला तो मोटर साइकिल को तोडना शुरू कर दिया.
मामले की तह तक जाया गया तो पाया गया की जेल रोड पर बनी नै पार्किंग विवाद की वजह बन गई है. जिसको स्थानीय कोतवाली के आर्डर पर पार्किंग में बदल दिया गया है. यहाँ पर लगने वाले मीट मछली और चोव्मीन के ठेले वालों को यहाँ से हटा दिया गया. ऐसे में अशोक शर्मा के बेटे ने विरोध किया जिस पर विवाद बाद गया. कल रात पोलिसे विभाग ने जहाँ लगने वाले ठेलों को यहाँ से डाँडो के बल पर हटा दिया गया . सभी ठेले वालों ने व्यापार मंडल के अध्यक्ष के पास पहुंचे बाद में एक दिन के लिए इन ठेलों को यहाँ पर लगाने की अनुमति दे दी गई. उधर डी एम् उधम सिंह नगर के निर्देश अनुसार कन्या इंटर कॉलेज की दीवार के साथ लगने वाले ठेलों को हटा दिया जायेगा यहाँ पर खुले आम शराब पी जाती है. इसमें स्थानीय कोतवाली की भूमिका भी संदेह के घेरे में हैं की काशीपुर में इस तरह गुंडा गर्दी करने की हिमत क्यों हो गई.
इस घटना के समभ में यह भी बताना जरूरी है की काशीपुर का जब बस नहीं चला तो मोटर साइकिल को तोडना शुरू कर दिया.
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