सोमवार, 25 अप्रैल 2011

बाल विकास को लेकर राज भवन देहरादून में मीटिंग हुई


देहरादून 25 अप्रैल 2011 उत्तराखण्ड की राज्यपाल, श्रीमती मार्ग्रेट आल्वा की अध्यक्षता मं आज राजभवन में उत्तराखण्ड बाल कल्याण परिषद कार्यकारिणी की 19वीं बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में कार्यकारिणी की 18वीं बैठक (24 अप्रैल, 2010) के कार्यवृत्त की पुष्टि, वर्ष 2010-2011 के आय-व्ययक विवरण की पुष्टि एवं अनुमोदन के साथ ही राज्य में बाल कल्याण के भावी कार्यक्रमों तथा वर्ष 2011-2012 के आय-व्ययक पर प्रमुखतः विचार विमर्श किया गया। बाल कल्याण के भावी कार्यक्रमों पर विचार-विमर्श के दौरान राज्यपाल ने कहा कि स्वास्थ्य परीक्षण शिविर आयोजन के लिए शीर्ष प्राथमिकता पर देहरादून के ’स्ट्रीट चिल्ड्रन’ को लिया जाये। देहरादून शहर के 2000 से अधिक स्ट्रीट चिल्ड्रन के स्वास्थ्य तथा जीवन स्तर के प्रति गंभीर व चिन्तित राज्यपाल ने बताया कि विभिन्न संस्थाओं व संगठनों के सहयोग से शीघ्र ही शहर में इन बच्चों के लिए नाइट शेल्टर होम स्थापित करने की योजना को साकार करना चाहती है। जहां उन्हें नियमित स्वास्थ्य परीक्षण हेल्थ कार्ड सहित अन्य सुविधायें भी दिये जाने की योजना है। उन्होंने बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण शिविर के लिए हिमालयन हास्पिटल जौलीग्रॉट जैसे अन्य निजी चिकित्सा संस्थानों तथा इण्डियन मेडिकल एसोसिएशन की मेडिकल टीम का सहयोग लेते हुए बाल कल्याण के उद्देश्यों को सफल बनाने के लिए सामाजिक सक्रियता अभियान चलाने पर बल दिया। इसी क्रम में बैठक में उपस्थित सचिव चिकित्सा डा0 उमाकांत पंवार ने बताया कि ’चिरायु’ कार्यक्रम के तहत राज्य के बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण कार्यक्रम जारी है। बैठक में भावी कार्यक्रमों के अन्तर्गत अनेक स्तर पर गोष्ठियों, कार्यशालाओं के आयोजन के साथ-साथ विशेष शिक्षण कक्षाओं की संचालन की योजनाओं के प्रस्तावों पर भी चर्चा हुई। बाल विकास परिषद की महासचिव डा0 पुष्पा मानस ने परिषद द्वारा सितम्बर, 2010 से मार्च 2011 तक संचालित विभिन्न गतिविधियों/कार्य आख्या पर विस्तृत प्रकाश डाला। जिसके अन्तर्गत बच्चों के भ्रमण कार्यक्रम, राज्यस्तरीय चित्रकला प्रतियोगिता, बालशिविरों के माध्यम से सफाई व श्रमदान, असहाय, निर्धन व कूड़ा बीनने वाले बच्चों के हितार्थ आयोजित विभिन्न कार्यों का उल्लेख किया गया। बैठक में बाल कल्याण परिषद को सहयोग देने के लिए इनर व्हील क्लब, एम वे अपोरच्यूनिटी फाउॅडेशन, हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ हास्पिटल ट्रस्ट, एच.सी.एल. तथा ओ.एन.जी.सी. का विशेष आभार व्यक्त किया गया। राज्यपाल सहित परिषद के समस्त कार्यकारिणी सदस्यों ने व्यक्तिगत तथा संस्थागत सभी सक्रिय सहयोगियों का आभार व्यक्त किया। कार्यकारिणी के सदस्यों ने बैठक में बाल विकास परिषद के पदेन अध्यक्ष के रूप में राज्यपाल श्रीमती मार्ग्रेट आल्वा के विशेष एवं अभिनव प्रयासों से परिषद की सक्रियता को और अधिक सार्थक बनाने के लिए विशेष आभार व्यक्त किया। आज की बैठक के निर्धारित एजेन्डा बिन्दुओं के अतिरिक्त बाल कल्याण के कार्यक्रमों हेतु महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग के अन्तर्गत बजट का प्राविधान कराये जाने पर चर्चा के दौरान सचिव श्री एम.एच खान ने कहा कि प्रस्ताव पर अपेक्षित कार्यवाही की जायेगी। परिषद की आर्थिक स्थिति की समीक्षा करते हुए राज्यपाल ने कहा कि संस्था को स्वावलम्बी बनाने के लिए विभिन्न गतिविधियों व कार्यक्रमों का संचालन बढ़ाकर आय के श्रोतों/संसाधनों में वृद्धि की जा सकती है। उन्होंने जनपद स्तर पर भी सदस्यों को सक्रिय करने तथा स्वेच्छा व समर्पण भाव से कार्य करने के इच्छुक स्वयंसेवियों को परिषद की गतिविधियों से जोड़ने के साथ ही बच्चों को पेपर बैग, जूट बैग तथा ग्रीटिंग्स आदि बनाने का प्रशिक्षण देकर उसे आय के साधन से जोड़ने का सुझाव दिया। आज की बैठक में सचिव राज्यपाल श्री अशोक पई, अपर सचिव श्री अरूण कुमार ढौड़ियाल, सचिव स्वास्थ्य डा0 उमाकांत पंवार, सचिव शिक्षा श्रीमती मनीषा पंवार, सचिव महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास श्री एम.एच. खान, बाल विकास परिषद के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री जगदीश चन्द्र पंत, उपाध्यक्ष डा0 आई.एस.पाल, तथा बाल भवन के निदेशक सहित बाल विकास, शिक्षा विभाग के अधिकारी व अनेक सदस्य उपस्थित थे।

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