रूद्रपुर 31 अक्टूबर- जिलाधिकारी पीएस जंगपांगी ने अधिशासी अधिकारियों को सभी नगरीय क्षेत्रों में पशु बधशाला (स्लाटर हाउस) का निर्माण प्राथमिकता पर कराने के निर्देश दिये। उन्होंने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डा0 एमएस नयाल को जनपद में स्थित पशु सेवा सदनों का सर्वे कर उनका पंजीकरण करने तथा उनकी सूची पुलिस विभाग के अधिकारियों के अलावा नगर पालिकाओं को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने सीवीओ से कहा कि वह जनजागरण के लिये शिविर लगाकर लोगों को पशु क्रूरता निवारण अधिनियम की जानकारी दें।
पशु क्रूरता निवारण समिति की कलक्ट्रेट में आयोजित बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि दुकानों पर ही पशु बध करना सबसे बड़ी क्रूरता है। यह कार्य अमानवीय होने के साथ ही जनस्वास्थ्य के लिये भी हानिकारक है। उन्होंने अधिशासी अधिकारियों को तत्काल पशु बधशालाओं के लिये स्थान चयन कर निर्माण कराने के निर्देश दिये। छोटे व बड़े पशुओं के लिये अलग-अलग बधशाला बनवायी जाय। जिलाधिकारी ने कहा कि पशुबधशाला बन जाने के बाद सुनिश्चित करें कि दुकानों पर किसी भी प्रकार के पशु अथवा मुर्गे आदि का बध न हो तथा ऐसा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाय। जिलाधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को अपर मुख्य अधिकारी को नगरीय क्षेत्रों के बाहर पशु बध तथा मांस बिक्री के लिये नियोजित व्यवस्था हेतु पत्र लिखने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने अधिशासी अधिकारियों को बधशालाओं तथा मांस बिक्री की दुकानों पर विशेश सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने अधिशासी अधिकारियों को नगरीय क्षेत्रों में पशु पंजीकरण के लिये शीघ्र सर्वे कार्य पूरा करने के निर्देश दिये। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी से कहा कि सर्वे पूरा होने के बाद शिविर लगाकर पशुओं का पंजीकरण करें। जिलाधिकारी ने पुलिस विभाग के अधिकारियों को पशु क्रूरता में संलिप्त व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिये।
बैठक में पुलिस क्षेत्राधिकारी रेनू लोहनी,सभी अधिशासी अधिकारी,प्शुपालन विभाग के तमाम अधिकारी,समिति के सदस्य यशवन्त मिश्रा,जगदीश प्रसाद गोयल,डा0 आरसी जैन आदि उपस्थित थे।
सोमवार, 31 अक्तूबर 2011
उधमसिंह नगर जिलाधिकारी ने कहा कि दुकानों पर ही पशु बध करना सबसे बड़ी क्रूरता है
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