भले ही कोतवाल कैलाश पंवार अपनी ईमानदारी और स्ट्रेट फारवर्ड व्यवहार के लिए जाने जाते हों, मगर अपने गुस्से के चलते वह हमेशा विवादों में घिरे रहते हैं। कभी व्यापारियों से भिड़ंत, तभी सत्ताधारी नेताओं, अन्य राजनीतिक दलों के नेता हो या फिर आमजन। पहले भी इसी गुस्से के चलते उन्हें कई बार हटाने की मांग हुई।
वर्ल्ड कप जीत के जश्न में खलल डालने वाले शहर कोतवाल कैलाश पंवार अब एक माह तक लोगों के साथ आचार व व्यवहार का सलीका सीखेंगे। इसके लिए वह बाकायदा महीनेभर पुलिस लाइन में ड्यूटी बजाएंगे। उन्हें यह भी सिखाया जाएगा कि कब और कहां किस आधार पर निर्णय लेना चाहिए। साथ ही, अविवेकपूर्ण निर्णयों के दुष्परिणाम से भी अवगत कराया जाएगा। राजधानी में पुलिस की छवि सुधारने के लिए इस तरह का यह पहला मामला है।
भारतीय टीम के वर्ल्ड कप जीत का जश्न घंटाघर पर मना रही भीड़ पर दो अप्रैल की रात्रि कोतवाल कैलाश पंवार ने लाठीचार्ज कर दिया था। इस दौरान भगदड़ मच गई। भीड़ ने भी पुलिस पर पथराव किया। रात दो बजे तक चले एक घटनाक्रम में दर्जनों बच्चे, महिलाएं, पुरुष, मीडियाकर्मी और पुलिसकर्मी घायल हुए। मामले में शासन ने उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए थे। एसएसपी जीएस मर्तोलिया ने एसपी (देहात) गिरीश चंद्र ध्यानी को जांच सौंपी। गुरुवार देर रात एसपी ध्यानी ने रिपोर्ट एसएसपी को सौंपी दी। घटना के लिए शहर कोतवाल कैलाश पंवार के अविवेकपूर्ण फैसले व माहौल के इरादे को न भांप पाने को जिम्मेदार ठहराया गया है। रिपोर्ट में यह भी जिक्र है कि यदि कोतवाल अपने गुस्से को काबू कर लेते तो घटना रोकी जा सकती थी।
एसएसपी जीएस मर्तोलिया ने सजा स्वरूप कोतवाल पंवार को लाइन से संबद्ध करने के आदेश दिए। एसएसपी ने बताया कि कोतवाल को पुलिस लाइन में पब्लिक के साथ बातचीत व व्यवहार करने का सलीका सिखाया जाएगा। उनके स्थान पर फिलहाल एसएसआइ राम कुमार जुयाल कोतवाली का चार्ज देखेंगे।
योग से करेंगे तनाव कम
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, प्रशिक्षण के दौरान कोतवाल को तनाव व गुस्सा कम करने के लिए योग सिखाया जाएगा। वह रोजाना सुबह दो घंटे योग का प्रशिक्षण भी लेंगे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें